Monday 14 December 2015

ये भी कोई बात हुई - Yeh Bhi Koi Baat Hui


ये भी कोई बात हुई


देर से आना जल्दी जाना, ये भी कोई बात हुई ?
रोज बनाना नया बहाना, ये भी कोई बात हुई ?

पहले तो तुम ऐसे ना थे, इतने कैसे बदल गए,
ये तोहमत भी हमपे लगाना, ये भी कोई बात हुई ?

इक तेरी कातिल ये अदाएं, हुश्न तेरा तौबा तौबा
और दिलों पे छुरी चलाना, ये भी कोई बात हुई ?

आज अभी जाते है, कल फिर यहीं पे मिलने आयेंगे,
वादा करके भी ना आना, ये भी कोई बात हुई ?

गर गुस्सा थे हमसे कहते, माफ़ करो हम कह देते,
अपने भैया से पिटवाना, ये भी कोई बात हुई ?

माना मौसम सर्दी का है, तापमान है गिरा हुआ,
पर हफ़्तों हफ़्तों नहीं नहाना, ये भी कोई बात हुई ?

पेट गले तक भरा हुआ, और कहते ये तो पानी है,
फिर ठूंस ठूंस कर रबड़ी खाना, ये भी कोई बात हुई ?



बकरे में में करते रहते, और घोड़ों को घास नहीं,
उसपे गधों को हलवा खिलाना, ये भी कोई बात हुई ?

छत पर बैठे ताक रहे थे सिर्फ तुम्हारी खिड़की को
हमें देख कर परदे लगाना, ये भी कोई बात हुई ?

सबसे मिलते हो खुल कर, और बातें भी करते हो
लेकिन हमसे आँख चुराना, ये भी कोई बात हुई ?

प्यार में अक्सर कभी कभी, तकरारें भी "शिव" होती है,
पर रूठे को लेना मनाना, हाँ ये कोई बात हुई ।

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...शिव शर्मा की कलम से...

5 comments:

  1. Replies
    1. सुबह हुई फिर शाम हुई
      शाम के बाद फिर रात हुई
      वो भी चुप थे मैं भी चुप था
      बस आँखों से बात हुई

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  2. आपका धन्यवाद

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  3. Wah kya pyaari baat hui.... Ye bhi koi baat hui..

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  4. Can I get this audio song mp3

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