Thursday 15 September 2016

Jo Bhi Hoga Achha Hoga

जो भी होगा अच्छा होगा


नमस्कार मित्रों । एक लंबे अंतराल के पश्चात् आपसे मुखातिब हो रहा हुं एक कविता लेकर ।

जीवन में अक्सर ऐसे दिन भी आ जाते हैं जब निराशा हमें घेर लेती है । हमें यूं लगने लगता है जैसे सब कुछ ख़त्म सा हो गया ।

परंतु इन क्षणों में हमें हार ना मानकर डटकर मुकाबला करना चाहिए परिस्तिथियों का । हम मनुष्य है । ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ रचना । जिसे परवरदिगार ने बल और बुद्धि से नवाजा है । बस खुद पर भरोसा रख कर आगे बढ़ेंगे तो फिर जो भी होगा अच्छा होगा ।

कविता पसंद आये तो अपने विचारों से अवगत अवश्य कराएं ।

जो भी होगा अच्छा होगा


जारी अथक प्रयास रखो तो
जो भी होगा अच्छा होगा,
खुद पर तुम विश्वास रखो तो
जो भी होगा अच्छा होगा,

चलते रहता है जो निरंतर
एक दिन मंजिल पा जाता है,
एक एक कदम बढाकर कोई
एवरेस्ट भी चढ़ जाता है,
जज्बा यूं कुछ ख़ास रखो तो
जो भी होगा अच्छा होगा,
खुद पर तुम विश्वास रखो तो
जो भी होगा अच्छा होगा,

कुछ भी नहीं है मुश्किल
गर तुम दिल में अपने ठान लो
सब कुछ तेरे वश में होगा
खुद को अगर पहचान लो
कामयाबी की आस रखो तो
जो भी होगा अच्छा होगा,
खुद पर तुम विश्वास रखो तो
जो भी होगा अच्छा होगा,

वक्त बड़ी मनमानी करता
पल में बिगड़ता पल में संभलता
जकड़ के इसको वश में करले
तू चाहे तो सब कर सकता,
वक्त को जरा तराश रखो तो
जो भी होगा अच्छा होगा,
खुद पर तुम विश्वास रखो तो
जो भी होगा अच्छा होगा,

बस तेरे भले की खातिर जो
दिन रात दुआएं करते है,
तू छू ले शिखर तेरा नाम हो ऊँचा
यही कामना रखते हैं,
उन मात पिता को पास रखो तो
जो भी होगा अच्छा होगा ।।

         * * * *

जय हिंद

Click here to read "पहले तो तुम ऐसे ना थे" Written by Sri Shiv Sharma



*शिव शर्मा की कलम से***









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