नन्ही परी
घर परिवार में जब कोई शिशु जन्म लेता है तो उस परिवार के आनंद और खुशी का कोई पारावार नहीं रहता, सबके चेहरे खुशी से खिल जाते हैं ।
मेरी और मेरे सारे परिवार की खुशी का भी कोई ठिकाना नहीं था जब "नन्ही परी" ढेरों खुशियां ले कर मेरे घर आई थी । ये कविता भी उन्ही आनंदित क्षणों में लिखी थी ।
मुझे लगता है की हमारे जीवन में ये क्षण हर एक के जीवन को आनंदित करते है, और ये भी हो सकता है कि मेरी ये कविता शायद सबके मन की बात हो । ये तो आप सबके कमेंट्स से ही पता चलेगा कि मैं सबके मन की बात को कहने में कितना सार्थक हुआ हूं, अतः कविता आपको कैसी लगी ये कमेंट करके जरूर बताएं ।
नन्ही परी
रोशन सारा मकां हो गया, हर कोना मुस्काया है,
मेरे घर के आंगन में, एक चांद उतर कर आया है,
जगवाले ने झोली भरदी,
बहुत बड़ा उपकार किया
की रहमत ऊपर वाले ने,
प्यारा सा उपहार दिया
इसके रूप में हमने एक अनमोल खजाना पाया है,
मेरे घर के आंगन में एक चांद उतर कर आया है,
प्यारे प्यारे नयन झरोखे,
कोमल नन्हे हाथ है इसके,
चेहरे पर है नूर अनोखा,
जैसे ईश्वर साथ है इसके,
इसके तेज के आगे देखो सूरज भी शरमाया है,
मेरे घर के आंगन में एक चांद उतर कर आया है,
दादा दादी नाना नानी,
चाचा और ताऊ ताई
और इसके पापा के संग,
मम्मी भी कितनी मुस्काई
सब कोई भीतर तक खुश है परिवार में आनंद छाया है,
मेरे घर के आंगन में एक चांद उतर कर आया है,
खुशबूदार हवाएं हो गयी,
बादल नभ पर झूम रहे हैं,
चम चम करते तारे सितारे,
इसके मुख को चूम रहे हैं,
राग फिजाओं ने छेड़ी है मीठा नगमा गाया है,
मेरे घर के आंगन में एक चांद उतर कर आया है ।।
आशा करता हूं कविता आपको पसंद आई होगी, यदि हां तो अपने मित्रों, परिजनों के साथ भी इसे साझा (शेयर) करें ।
ना जाने क्यूं
बहुत जल्द फिर मिलते है एक नई रचना के साथ ।
*शिव शर्मा की कलम से*
धन्यवाद
Great 👍
ReplyDeleteBhaut khoob sir
ReplyDeleteVery nice sir ji💝💖🌹
ReplyDeleteहृदय को छू गई भाईसाब
ReplyDeleteGood one
ReplyDeleteबहुत बहुत खूब, Heart ❤touching
ReplyDeleteअति सुन्दर प्रस्तुति
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